कोरोना के समय में वैश्विकस्तर पर एशियाई लोगों के साथ नस्लीय भेदभाव https://www.hrw.org/sites/default/files/media_2021/02/202102us_protest_oklahoma.jpg एशिया के एक देश, चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस की उत्पत्ती मानी जाती है। इस वजह से दुनिया के अन्य देशों के लोगों द्वारा एशियाई लोगों के साथ नस्लीय भेदभाव किया जा रहा है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंम्प की बयानबाजी ने कोरोना वायरस को “ चीन वायरस ” बताया, जिसने अंतराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं। विशेषज्ञों का कहना है कि भड़काऊ टिप्पणियों ने सोशल मीडिया और वास्तविक जीवन में नफरत फैलाने में मदद की। एशियाई समुदायों को लक्षित करने वाले घृणा अपराधों या नस्लीय भेदभाव में वैश्विक वृद्धि की कई घटनाएं सामने आ रही है। पिछली गर्मियों में इटली,रूस और ब्राजील में हयूमन राइट्स वॉच द्वारा दिए गए रिपोर्टों में एशियाई विरोधी भेदभाव और जेनोफोबिया से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। न्यूजीलैंड में, न्यूजीलैंड मानवाधिकार आयोग द्वारा पिछले महीने जारी किए गए एक शोध में पाया गया कि 54 प्रतिशत चीनियों ने शुरूआत के बाद नस्लीय भेदभाव का सामना किया था। य...